आयकर अधिनियम के तहत आयकर दाता है या रहा है, वह 1 अक्टूबर 2022 से Atal Pension Yojana Rule Change के अनुसार अब शामिल नही हो सकता है।

नए प्रावधान के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति 1 अक्टूबर को या उसके बाद Atal Pension Yojana Rule Change योजना में शामिल हुआ है और नए नियम के लागू होने की तारीख को या उससे पहले आयकर दाता पाया जाता है, तो उसका खाता तुरंत बंद कर दिया जाएगा और उस समय तक जमा की गई पेंशन राशि तुरंत वापस कर दी जाएगी।

ग्राहक को, ”मंत्रालय के द्वारा एक अधिसूचना में कहा गया कि केंद्र सरकार समय-समय पर इनकी समीक्षा करते हुए इसमें बदलाव ला सकते है |

APY योजना मुख्य रूप से उन लोगों को वित्तीय सहयता प्रदान करती है जो सेवानिवृत्ति के बाद अपनी आय और वित्तीय सामाजिक कल्याण के बारे में अनिश्चित हैं।

एपीवाई, जिसे ‘सरकारी गारंटीकृत योजना’ माना जाता है, कर कटौती लाभ भी प्रदान करती है। योजना में योगदान करने वाले धारा 80 सीसीसी और 80सीसीडी के तहत अतिरिक्त कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

योजना में नामांकन के समय व्यक्ति की आयु कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए। योजना के लिए आवेदन करने की अधिकतम आयु 40 वर्ष है।

अटल पेंशन योजना के तहत, यदि कोई 18 वर्षीय व्यक्ति इस योजना में शामिल होता है और अगले 42 वर्षों (60 वर्ष की आयु तक) के लिए हर महीने 210 रुपये जमा करना शुरू कर देता है, तो वह 5,000 रुपये निश्चित की मासिक पेंशन के लिए पात्र होगा।

1 अक्टूबर, 2022 से लागू नए नियमों के अनुसार, आयकरदाता अटल पेंशन योजना में भाग नहीं ले पाएंगे और निवेश नहीं कर पाएंगे।

इस योजना के तहत, केंद्र ग्राहक के योगदान का 50 प्रतिशत या 1,000 रुपये प्रति वर्ष, जो भी कम हो, का योगदान देता है।

सरकार का सह-अंशदान अब तक उन लोगों के लिए उपलब्ध है जो किसी भी वैधानिक सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जुड़े नहीं हैं और आयकरदाता नहीं हैं।

इस योजना के तहत, ग्राहकों के लिए प्रति माह 1,000 रुपये से 5,000 रुपये के बीच न्यूनतम मासिक पेंशन की गारंटी है न्यूनतम पेंशन के लाभ की गारंटी सरकार देगी।